अमरनाथ यात्रा पर लगाई गई रोक ,आतंकियो के हमले की आशंका
एक बार फिर आतंकियों ने भगवान शिव के भक्तों के लिए धर्म-संकट खड़ी कर दी है ,जिसके चलते अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए जम्मू-कश्मीर की प्रसाशन ने नोटिस जारी कर अमरनाथ यात्रा को स्थगित किया गया।
जहां सेना और जम्मू कश्मीर की पुलिस ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी और जानकारी साझा की है।
वहीं लेफ्टिनेंट जनरल के.जे.एस ढिल्लन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा की, मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक ‘पिछले तीन-चार दिनों में बहुत ही स्पष्ट और पुष्ट खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा समर्थित आतंकी कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने और अमरनाथ यात्रा बाधित करने की फिराक में हैं।
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जहां यात्रा के मार्ग से मिले बड़ी संख्या में हथियार बारूदी सुरंग ,लैंड माइंस और स्नाइपर राइफल।
यह भी आशंका जताई जा रही है ,कि यह माइंस पाकिस्तान में बनी है। फिलहाल सुरक्षा के आधार पर यात्रा के दोनों मार्गों, यानी दक्षिण की तरफ के पहलगाम वाले रास्ते और उत्तर की तरफ के बालटाल वाले रास्तों पर सेना और सीआरपीएफ की टीमों में संयुक्त रूप से गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. यहां तक कि पवित्र गुफा तक जाने वाले पैदल मार्ग की भी पिछले तीन दिनों से लगातार जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त यानी रक्षाबंधन के दिन तक चलीनी थी। जहां पहले मौसम और अब आतंकी हमले की आशंका के कारण यात्रा रोक दी गई है । हालांकि अब यात्रा फिर से कब शुरू होगी इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। बाल्टाल और पहलगाम के रास्ते से आज श्रद्धालुओं को कथित तौर पर आगे नहीं जाने दिया गया जबकि अमरनाथ वार्षिक तीर्थयात्रा को जम्मू कश्मीर से करीब 4 दिन पहले रोक दिया गया है।
श्रद्धालुओं के अनुसार कश्मीर में समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ के विशाल संरचना बनती है ,जो की भगवान शिव के पौराणिक शक्तियों की प्रतीक है। इस साल 17 जुलाई को शुरू हुए 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा का समापन 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ होनी थी , लेकिन आतंकी हमलों को मद्देनजर रखते हुए यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।