राम जन्म भूमि का फैसला आज, देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील
मुंबई- अयोध्या का राम जन्म भूमि बनाम बाबरी मस्जिद का मसला जो हमारे भारत के न्याय व्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती रही है, आज उसका फैसला भारतीय सर्वोच्च्य न्यायालय सुनाने जा रहा है।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच इस मामले पर फैसला सुनायेगी । राम जन्मभूमि का मसला भारत का सबसे पुराना मसला रहा है, जो अदालत में 1858 से चला आ रहा है।
फैसले के पहले ही अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई है। हनुमान गढ़ी से राम जन्मभूमि तक किसी भी पत्रकार या समाचार से जुड़े व्यक्ति को जाने नहीं दिया जा रहा है। 8 नवंबर की रात को अयोध्या में अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी ने फ्लैग मार्च किया और पूरे अयोध्या में सुरक्षा का जायजा लिया। बीती रात से अयोध्या में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। व्हाट्सएप, फसेबूक एवं अन्य सोशल साइट्स पर नज़र रखी जा रही है। कुछ हिस्सों से गिरफ्तारी की खबरें भी आई।
इन सब के बीच तमाम बड़े चेहरों ने देशवासियों से शांति बनाए रखने की प्रार्थना की है। सबकी यही मानना है कि, फैसला चाहे जिसके पक्ष में आए देशवासियों को गंगा जमुनी की तहजीब को नहीं भूलना चाहिए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मीडिया से बात करते वक्त कहा कि आज का दिन एतिहासिक है और देश वासी स्ययं बनाए रखें।
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर जनता से निवेदन किया कि देश मे सौहार्द बनाए रखें,शांति रखें। दिल्ली में नितिन गडकरी ने भी मीडिया के जरिये देशवासियों को सर्वोच्च न्यायालय पर एवं हमारी न्याय व्यवस्था पर विश्वास रखते हुए देश मे शांति बनाए रखने का निवेदन किया है।
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