भारत-पाक तनाव के बीच अमेरिका की एंट्री, बातचीत की वकालत

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। भारत की तरफ से पाकिस्तान को कठोर जवाब मिलने की आशंका ने पड़ोसी देश में खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। इसी बीच अब इस तनाव में अमेरिका की एंट्री हो गई है। अमेरिका ने साफ किया है कि वह भारत और पाकिस्तान—दोनों देशों से संपर्क में है और स्थिति को कूटनीतिक तरीके से संभालने की सलाह दे रहा है।
अमेरिका की सक्रियता
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने इस बारे में बयान दिया है। उन्होंने कहा, “हम कश्मीर की स्थिति को लेकर भारत और पाकिस्तान दोनों के संपर्क में हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री भी जल्द ही दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत करेंगे।”
ब्रूस ने यह भी बताया कि अमेरिका इस विषय पर अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं से भी बात कर रहा है, ताकि तनाव को बढ़ने से रोका जा सके।
दुनिया की नजरें दक्षिण एशिया पर
अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह इस पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखे हुए है। प्रवक्ता टैमी ब्रूस के मुताबिक, “दुनिया भारत-पाकिस्तान के बीच हर घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। हम चाहते हैं कि सभी पक्ष मिलकर इस मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान निकालें।”
भारत की सख्त नीति
गौरतलब है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से अपने कूटनीतिक रिश्तों में बड़ी कटौती की है और सिंधु जल संधि समेत कई समझौते रद्द कर दिए हैं। ऐसे में अमेरिका की मध्यस्थता की पहल को भारत किस रूप में लेता है, यह देखना अहम होगा।
निष्कर्ष:
दुनिया की बड़ी ताकतें भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की अपील कर रही हैं, लेकिन भारत यह पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि आतंकवाद के साथ कोई संवाद नहीं होगा। ऐसे में अमेरिका की भूमिका कितनी प्रभावी होगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।
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