जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में फिर से मुठभेड़, सेना के दो जवान घायल

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक बार फिर आतंकियों और सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई है। यह मुठभेड़ कुमकरी इलाके में हुई। सेना ने अपने बयान में कहा कि नियंत्रण रेखा पर मच्छल सेक्टर के कुमकारी में एक अग्रिम चौकी पर अज्ञात कर्मियों के साथ गोलीबारी हुई है। इस मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी व्यक्ति मारा गया है जबकि हमारे दो सैनिक घायल हुए हैं और उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है।
पाकिस्तानी सेना की मदद से घुसपैठ
बताया जा रहा है कि आतंकियों के एक समूह को भारतीय क्षेत्र में घुसने में पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) मदद कर रही थी। सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों का आतंकियों से सामना हुआ जिसमें सेना के दो जवान घायल हो गए। इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और आशंका जताई जा रही है कि कुछ आतंकी जंगल की तरफ भाग गए हैं।
लगातार हो रही मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ हफ्तों से किसी न किसी जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो रही है। सेना ने हाल ही में नियंत्रण रेखा (LOC) पर घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम भी किया है।
तीन दिनों में दूसरी मुठभेड़
पिछले तीन दिनों में कुपवाड़ा में यह दूसरी मुठभेड़ है। यह मुठभेड़ कुमकरी इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान हुई। संभावित आतंकवादी गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने कुमकरी इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया था। इसमें तीन सेना के जवान घायल हो गए हैं।
23 जुलाई को भी हुई थी मुठभेड़
23 जुलाई को भी कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों और आतंकियों का सामना हो गया था जिसके बाद इलाके में एनकाउंटर शुरू हो गया था। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया था जबकि सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया था।
आतंकियों की बढ़ती गतिविधियाँ
जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी जिलों के ऊपरी इलाकों में 40 से 50 पाकिस्तानी आतंकी छुपे होने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद से ही सुरक्षा बलों ने उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चला रखा है।
इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की समस्या अभी भी गंभीर बनी हुई है। सुरक्षाबलों की सतर्कता और लगातार चल रहे अभियान आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सरकार और सुरक्षाबलों को इस दिशा में और भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि आतंकवाद पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके।
नवीनतम अपडेट और रोमांचक कहानियों के लिए हमें ट्विटर, गूगल न्यूज और इंस्टाग्राम पर फॉलो करें और फेसबुक पर हमें लाइक करें।