भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने की डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ, कहा- उनके फैसले भारत के हित में

भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व में लिए गए फैसले भारत के लिए फायदेमंद साबित हो रहे हैं। जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका और भारत के राजनीतिक रिश्ते मजबूत हैं और हाल के दिनों में इस पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है।
लंदन में जयशंकर का बयान
लंदन दौरे पर गए विदेश मंत्री एस. जयशंकर से जब अमेरिका की नई विदेश नीति के पहले 41 दिनों के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा,
“अगर मैं ईमानदारी से कहूं, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। पिछले कुछ हफ्तों में हमने जो कुछ देखा और सुना है, वह मेरे लिए थोड़ा अप्रत्याशित था, लेकिन यह भारत के हितों के अनुकूल है।”
जयशंकर ने आगे कहा कि भारत और अमेरिका के बीच “क्वाड” (QUAD) एक महत्वपूर्ण साझेदारी है, जहां सभी सदस्य देश अपनी भूमिका निभाते हैं। यह एक ऐसा मॉडल है, जो बिना किसी अतिरिक्त शर्त के सफलता से काम कर रहा है।
ट्रंप का बड़ा फैसला – भारत पर 100% टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की कि अमेरिका 2 अप्रैल से भारत पर 100% टैरिफ लगाएगा। अमेरिकी संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि,
“जो देश जितना टैरिफ लगाएगा, हम भी उन पर उतना ही टैक्स लगाएंगे। भारत ऑटो उत्पादों पर 100% से ज्यादा टैरिफ लगाता है, इसलिए अब अमेरिका भी भारत पर उतना ही टैरिफ लगाएगा।”
ट्रंप ने इस दौरान चीन का भी जिक्र किया और कहा कि चीन अमेरिका पर दोगुना टैरिफ लगाता है, इसलिए अब अमेरिका भी 2 अप्रैल से “रेसिप्रोकल टैरिफ” (जैसे को तैसा) लागू करेगा।
अमेरिका का ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ मॉडल
रेसिप्रोकल टैरिफ का मतलब है कि अगर कोई देश अमेरिका पर ऊंचा टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी उसी अनुपात में टैरिफ लगाएगा। ट्रंप ने कहा कि वह चाहते थे कि यह नियम 1 अप्रैल से लागू हो, लेकिन अप्रैल फूल डे के कारण उन्होंने इसे एक दिन आगे बढ़ा दिया।
ग्लोबल टैरिफ वॉर की आशंका
डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले से पूरी दुनिया में आर्थिक हलचल तेज हो गई है। ट्रंप ने भारत, चीन, ब्राजील, मेक्सिको, कनाडा सहित कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इससे ग्लोबल टैरिफ वॉर (वैश्विक शुल्क युद्ध) की स्थिति पैदा हो गई है।
दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ही ट्रंप टैरिफ नीति पर काम कर रहे थे। पिछले महीने उन्होंने कनाडा और मेक्सिको से आयात होने वाले सामानों पर 25% और चीन पर 10% टैरिफ लगाने का आदेश दिया था।
भारत-अमेरिका संबंधों पर प्रभाव
ट्रंप की नीतियों को लेकर भारत सरकार का रुख अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि, विदेश मंत्री जयशंकर के बयान से यह साफ है कि भारत-अमेरिका के रिश्ते मजबूत बने हुए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि भारत ट्रंप की इस नई टैरिफ नीति पर क्या प्रतिक्रिया देता है और दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों का भविष्य क्या होता है।
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