कांवड़ यात्रा मार्गों पर दुकानों और ठेलों पर नेमप्लेट लगाने का निर्देश: यूपी और उत्तराखंड सरकार की पहल

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के मार्गों पर दुकानों और ठेलों पर नेमप्लेट लगाने का निर्देश जारी किया गया है। इस फैसले का उद्देश्य कांवड़ यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को बढ़ावा देना है। उत्तर प्रदेश में यह निर्देश पहले ही लागू हो चुका है और अब उत्तराखंड में भी इसी दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
उत्तराखंड में नेमप्लेट लगाने का निर्णय
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के संबंध में कहा कि कांवड़ मार्ग पर रेस्तरां, दुकानों और सड़क किनारे स्टॉल लगाने वालों के नाम नेमप्लेट पर प्रदर्शित किए जाएंगे। उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों में मालिकों के नाम प्रदर्शित करने को लेकर अक्सर विवाद होता है। इसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। साथ ही, पेमेंट के क्यूआर कोड भी शामिल किए जाएंगे, ताकि पहचान की पुष्टि की जा सके और किसी प्रकार की असुविधा न हो।
बीजेपी का दृष्टिकोण
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम ने इस फैसले के पीछे के मकसद को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सिर्फ कांवड़ यात्रा मार्ग के लिए है, न कि पूरे देश के लिए। पिछले कुछ सालों में घटित घटनाओं को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। गौतम ने कहा कि इस फैसले पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए और विपक्षी पार्टियां केवल राजनीति कर रही हैं और माहौल खराब करने की कोशिश कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार का स्पष्टीकरण
उत्तर प्रदेश सरकार ने नेमप्लेट लगाने के फैसले पर सफाई देते हुए कहा है कि यह कदम कांवड़ यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए उठाया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ लगानी होगी। इसके अलावा, हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
विवाद और आलोचना
यूपी सरकार के नेमप्लेट लगाने के फैसले की आलोचना भी हो रही है। विपक्षी दलों का कहना है कि यह कदम अनावश्यक है और इसका उद्देश्य सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देना हो सकता है। हालांकि, सरकार का दावा है कि यह फैसला कांवड़ यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
निष्कर्ष
कांवड़ यात्रा मार्गों पर दुकानों और ठेलों पर नेमप्लेट लगाने का निर्णय एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को बढ़ावा देना है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने इस फैसले को लागू करने का निर्णय लिया है, जो कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाले विवादों को कम करने और यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने में सहायक होगा। हालांकि, इस फैसले पर विवाद और आलोचना भी हो रही है, लेकिन सरकार का मानना है कि यह कदम आवश्यक और समय की मांग है।
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