जयपुर म्यूज़िक स्टेज 2025 संगीत और संस्कृति प्रेमियों के लिए खास आयोजन

जयपुर अपनी 18वीं जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) की तैयारी कर रहा है, और इसके साथ ही जयपुर म्यूज़िक स्टेज 2025 का आयोजन भी किया जा रहा है। यह कार्यक्रम साहित्य और संगीत का एक अद्भुत संगम है। इस बार जयपुर म्यूज़िक स्टेज भारत के उपमहाद्वीप के प्रतिभाशाली कलाकारों की विविध शैलियों और धुनों के साथ श्रोताओं को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगा।
30 जनवरी: खुसरो और कबीर का जश्न
कार्यक्रम की शुरुआत 13वीं-14वीं शताब्दी के सूफी कवि अमीर खुसरो और 14वीं-15वीं शताब्दी के मिस्टिक कवि कबीरदास को समर्पित एक संगीतमय श्रद्धांजलि से होगी।
- अमीर खुसरो प्रोजेक्ट: अभिजीत पोहांकर, जो भारतीय शास्त्रीय फ्यूजन और कीबोर्ड में माहिर हैं, खुसरो की कालजयी कविताओं को अपनी प्रस्तुति के माध्यम से जीवंत करेंगे।
- दास्तान लाइव: यह समूह कबीर की काव्यात्मक गहराइयों को “कबीर खड़ा बाज़ार में” नामक प्रस्तुति के ज़रिए दर्शाएगा, जिसमें कविता, लोक संगीत और रॉक का अनूठा संगम होगा।
31 जनवरी: आत्मीय सुरों की शाम
दूसरी शाम वैश्विक धुनों और आत्मीय संगीत से भरी होगी।
- कामाक्षी खन्ना: अपने गहरे बोल और मधुर धुनों के लिए प्रसिद्ध कामाक्षी खन्ना पॉप, आर एंड बी, सोल और लोक संगीत परंपराओं का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करेंगी।
- सुषीला रमन और साथी: विश्व संगीत, भारतीय शास्त्रीय और फ्यूजन के अद्भुत संगम के लिए जानी जाने वाली सुषीला रमन, सैम मिल्स (क्रॉस-कल्चरल म्यूजिक और गिटार में विशेषज्ञ), नथू लाल सोलंकी (नगाड़ा वादन के 13वीं पीढ़ी के कलाकार), और चूग्गे खान (राजस्थानी लोक, सूफी और भारतीय शास्त्रीय फ्यूजन के कलाकार) के साथ मिलकर मंच पर अपनी प्रस्तुति देंगी। यह टीम अंतरराष्ट्रीय और राजस्थानी संगीत परंपराओं का अद्भुत संगम पेश करेगी।
1 फरवरी: भव्य समापन
जयपुर म्यूज़िक स्टेज 2025 का समापन एक शानदार और ऊर्जावान प्रस्तुति के साथ होगा।
- ऋषि: अपनी शास्त्रीय और समकालीन लोकप्रिय संगीत के फ्यूजन के लिए प्रसिद्ध ऋषि अपनी प्रस्तुति से संगीत की सीमाओं को फिर से परिभाषित करेंगे।
- कैलाश खेर और कैलासा: पारंपरिक वाद्ययंत्रों और आधुनिक धुनों के साथ कैलाश खेर की आत्मीय और प्रभावशाली गायकी इस शाम को यादगार बनाएगी। कैलासा बैंड भारतीय संगीत उद्योग का एक प्रमुख नाम है।
संगीत से अधिक
संगीतमय प्रस्तुतियों के अलावा, जयपुर म्यूज़िक स्टेज में एक जीवंत नाइट मार्केट भी होगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प और स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध होंगे।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF): ‘द ग्रेटेस्ट लिटरेरी शो ऑन अर्थ’
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, जिसे ‘पृथ्वी का सबसे बड़ा साहित्यिक शो’ कहा जाता है, 18 वर्षों में एक वैश्विक साहित्यिक उत्सव में बदल गया है। इस उत्सव ने अब तक 2000 से अधिक वक्ताओं को मंच दिया है और दुनियाभर के लाखों पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित किया है।
हर साल यह फेस्टिवल दुनिया के महानतम लेखकों, विचारकों, मानवतावादियों, राजनीतिज्ञों, कलाकारों और मनोरंजन जगत के सितारों को एक मंच पर लाता है। इसका उद्देश्य स्वतंत्र विचारों को प्रोत्साहित करना और विचारशील बहस और संवाद का मंच तैयार करना है।
पिछले वक्ताओं में नोबेल पुरस्कार विजेता जे.एम. कोएट्ज़ी, ओरहान पामुक और मुहम्मद यूनुस, मैन बुकर पुरस्कार विजेता मार्गरेट एटवुड, गुलज़ार, जावेद अख्तर और विक्रम सेठ जैसे साहित्यिक सितारे शामिल हैं।
यह भी पढ़े जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025: साहित्य, संवाद और संस्कृति का वैश्विक महाकुंभ
टीमवर्क आर्ट्स भारतीय संस्कृति को दुनिया तक ले जाने वाला मंच
टीमवर्क आर्ट्स पिछले 30 वर्षों से भारतीय कला, प्रदर्शन और साहित्य को वैश्विक स्तर पर ले जाने में अग्रणी रहा है। यह कंपनी हर साल 33 से अधिक उत्सवों का आयोजन करती है, जो 72 शहरों और 26 देशों में होते हैं।
टीमवर्क आर्ट्स द्वारा डिजिटल युग में भी नवाचार किए गए हैं, जैसे JLF ब्रेव न्यू वर्ल्ड और वर्ड्स आर ब्रिजेस, जो लाखों दर्शकों तक पहुंचे। इसके अलावा, आर्ट मैटर्स जैसी पहल भारतीय कलाकारों को सहयोग के लिए प्रेरित करती है।
जयपुर म्यूज़िक स्टेज और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का यह संगम न केवल साहित्य और संगीत के प्रेमियों के लिए बल्कि सांस्कृतिक विरासत को अनुभव करने के इच्छुक सभी लोगों के लिए एक अनमोल अवसर है।
नवीनतम अपडेट और रोमांचक कहानियों के लिए हमें ट्विटर, गूगल न्यूज और इंस्टाग्राम पर फॉलो करें और फेसबुक पर हमें लाइक करें।