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जम्मू-कश्मीर में आतंक का नया दौर: श्रीनगर, बांदीपोरा और अन्य इलाकों में हमले

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियां पिछले कुछ दिनों से तेजी से बढ़ गई हैं। हाल ही में श्रीनगर के खानयार इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। शनिवार, 1 अक्टूबर 2024 को शुरू हुए इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान तेज कर दिया है। आतंकवाद रोधी अभियानों के तहत CASO (Cordon And Search Operation) ने आधी रात से ही तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके अंतर्गत दर्जन से अधिक घरों को खाली कराया गया है। ABP न्यूज़ के आर्टिकल के मुताबिक, इलाके में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है।

बांदीपोरा में सेना के शिविर पर हमला
श्रीनगर की घटना के अलावा, शनिवार 1 नवंबर 2024 को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में 14 राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर पर आतंकियों ने हमला किया। सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें शिविर से भागने पर मजबूर कर दिया। बांदीपोरा की घटना ने घाटी में सुरक्षा की स्थिति को और चिंताजनक बना दिया है। सेना ने आतंकियों के ठिकानों की पहचान के लिए तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है।

बडगाम में प्रवासी मजदूरों पर हमला
बांदीपोरा की घटना से पहले, आतंकियों ने बडगाम में दो प्रवासी मजदूरों पर भी गोलीबारी की थी। इन मजदूरों की पहचान सूफियान और उस्मान के रूप में की गई है, जो उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। गोलीबारी के बाद दोनों मजदूरों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने हमलावरों की तलाश में घेराबंदी की थी।

श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर हमला
हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की कड़ी में, श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जेड-मोड़ सुरंग निर्माण स्थल पर भी हमला हुआ था। इस हमले में सात मजदूरों की मौत हो गई थी। आतंकियों ने मजदूरों पर तब हमला किया, जब वे गंदेरबल के गुंड इलाके में अपने शिविर की ओर लौट रहे थे। यह हमला क्षेत्र में आतंकवादियों की बढ़ती गतिविधियों की तरफ इशारा करता है।

पुलवामा और अखनूर में आतंकियों की बर्बरता
24 अक्टूबर 2024 को पुलवामा जिले के त्राल इलाके में उत्तर प्रदेश के एक अन्य मजदूर शुभम कुमार को भी आतंकियों ने गोली मार दी थी। शुभम घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है, और उसकी स्थिति में सुधार बताया जा रहा है। इसके बाद 28 अक्टूबर 2024 को आतंकियों ने जम्मू क्षेत्र के अखनूर सेक्टर में एक एम्बुलेंस को निशाना बनाते हुए सेना के काफिले पर गोलीबारी की। इस घटना के बाद स्पेशल फोर्स और एनएसजी कमांडो ने अभियान चलाया, जिसमें एक हमलावर को मार गिराया गया।

घाटी में आतंकवादी हमलों की बढ़ती प्रवृत्ति
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में लगातार वृद्धि चिंता का विषय बन गई है। हाल के हमलों से यह साफ होता है कि आतंकी संगठन घाटी में अपने पैर जमाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रवासी मजदूरों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर आतंकवादी आम जनता में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सेना और सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है, जिससे जनता में विश्वास बना रहे।

आने वाले दिनों में घाटी में शांति और सुरक्षा की बहाली के लिए सेना और सुरक्षाबलों को अधिक सक्रिय रहना होगा। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है।

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