पीएम मोदी का ब्रुनेई दौरा: सुल्तान हसनल बोल्कैया से द्विपक्षीय वार्ता, कनेक्टिविटी और रक्षा सहयोग पर जोर पढ़े पूरी खबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के अपने दौरे के दूसरे दिन, 4 सितंबर 2024 को सुल्तान हसनल बोल्कैया से उनके महल में मुलाकात की। इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से व्यापार, वाणिज्यिक साझेदारी (Commercial Partnership) और सामरिक सहयोग पर विस्तृत चर्चा की। सुल्तान और उनके शाही परिवार ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया, जिससे दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और सुदृढ़ करने की दिशा में यह मुलाकात एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
भारतीय समुदाय का योगदान और 40वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई की 40वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ पर शुभकामनाएँ दीं और शाही परिवार के सदस्यों को उनके गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “हमारे बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध हैं, और इन संबंधों का आधार हमारी महान सांस्कृतिक परंपरा है। आपके नेतृत्व में भारत और ब्रुनेई के संबंध दिन-प्रतिदिन मजबूत होते रहे हैं।”
द्विपक्षीय संबंधों की 40वीं वर्षगांठ का जश्न
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि भारत और ब्रुनेई इस साल अपने राजनीतिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर, दोनों देशों ने अपने संबंधों को “एन्हांस्ड पार्टनरशिप” का दर्जा देने का निर्णय लिया है, जो कि रणनीतिक और सामरिक क्षेत्रों में सहयोग को और विस्तार देगा।
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व्यापारिक और सामरिक साझेदारी में नया मोड़
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान यह घोषणा की कि भारत और ब्रुनेई के बीच जल्द ही सीधी उड़ानें शुरू की जाएंगी, जिससे दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी और लोगों के बीच के संबंध और मजबूत होंगे। इसके साथ ही, कृषि, उद्योग, फार्मा, स्वास्थ्य, फिनटेक, और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर विशेष जोर दिया गया।
उन्होंने रक्षा उद्योग में प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की संभावनाओं पर भी चर्चा की और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उपग्रह विकास, रिमोट सेंसिंग और प्रशिक्षण पर सहमति जताई। इसके अलावा, ऊर्जा क्षेत्र में एलएनजी (लिक्विफाइड नैचुरल गैस) में दीर्घकालिक सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई।
ब्रुनेई – एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो-पैसिफिक विजन का महत्वपूर्ण भागीदार
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रुनेई को भारत की “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” और “इंडो-पैसिफिक विजन” का महत्वपूर्ण भागीदार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आसियान देशों की शांति को प्राथमिकता देता है और आगे भी देगा। पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानून (UNCLOS) के तहत नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता का समर्थन किया और कहा कि भारत विस्तारवाद नहीं, बल्कि विकासवाद का समर्थक है।
भारतीय दूतावास का उद्घाटन और भारतीय समुदाय का योगदान
पीएम मोदी ने ब्रुनेई में भारतीय दूतावास के उद्घाटन पर भी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ब्रुनेई की अर्थव्यवस्था और समाज में सकारात्मक योगदान दे रहा है, और भारतीय दूतावास का उद्घाटन भारतीय समुदाय को एक स्थायी पता प्रदान करता है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे और समृद्ध संबंधों को एक नई दिशा देने वाली साबित हुई। व्यापारिक और सामरिक सहयोग के अलावा, दोनों देशों ने रक्षा, विज्ञान, अंतरिक्ष, और ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मिलकर काम करने का संकल्प लिया। इस मुलाकात ने भारत और ब्रुनेई के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती प्रदान की है, और भविष्य में यह संबंध और अधिक प्रगाढ़ होने की उम्मीद है।
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