सैमसंग इंडिया के चेन्नई प्लांट में हड़ताल समाप्त, उत्पादन फिर से शुरू
सैमसंग इंडिया के चेन्नई के श्रीपेरंबुदूर प्लांट में पिछले 37 दिनों से चल रही हड़ताल का अंत हो गया है, जिससे कंपनी और कर्मचारियों के बीच लंबे समय से जारी विवाद का समाधान हो गया है। यह हड़ताल 9 सितंबर से शुरू हुई थी और फेस्टिव सीजन के ठीक पहले कंपनी के उत्पादन पर गहरा असर डाल रही थी। लेकिन अब समझौते के बाद कंपनी के प्रबंधन और हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने मिलकर इस हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की है।
तमिलनाडु लेबर डिपार्टमेंट की मध्यस्थता से हुआ समझौता
तमिलनाडु लेबर डिपार्टमेंट की मदद से दोनों पक्षों के बीच समझौता हो सका। राज्य के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस हड़ताल को समाप्त करने के लिए तीन मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी थी, जिन्होंने कई दौर की वार्ता की। आखिरकार, प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच सहमति बनी और काम फिर से शुरू करने का रास्ता साफ हो गया।
कर्मचारियों के हित में कई योजनाओं का आश्वासन
सैमसंग के प्रबंधन ने सभी कर्मचारियों को भरोसा दिलाया है कि उनके खिलाफ कोई भी प्रतिशोधी कार्रवाई नहीं की जाएगी। कंपनी ने कर्मचारियों की मांगों पर लिखित आश्वासन भी दिया है और उनके वेलफेयर के लिए कई योजनाएं लाने का वादा किया है। हड़ताल कर रहे सभी कर्मचारी अब प्रबंधन के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे सहयोग करेंगे।
हड़ताल का कारण: बेहतर सैलरी, काम के घंटे और यूनियन की मान्यता
सैमसंग के श्रीपेरंबुदूर प्लांट में करीब 1000 कर्मचारियों ने बेहतर सैलरी, काम के घंटे और कर्मचारी यूनियन की मान्यता की मांगों को लेकर हड़ताल की थी। लगभग 1800 कर्मचारियों वाले इस प्लांट में टीवी, फ्रिज और वाशिंग मशीन का उत्पादन होता है। हड़ताल के दौरान, सैमसंग ने कोर्ट का रुख किया और कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के नोटिस भी जारी किए थे। हालांकि, तमाम कानूनी और पुलिस कार्रवाइयों के बावजूद, हड़ताल समाप्त नहीं हो पाई थी।
हड़ताल का कंपनी पर असर
फेस्टिव सीजन से पहले चली इस हड़ताल ने सैमसंग के उत्पादन पर बड़ा असर डाला। यह समय कंपनी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, जब मांग अपने चरम पर होती है। हड़ताल के कारण कंपनी को प्रोडक्शन में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। इस हड़ताल के कारण सैमसंग का फोकस केवल तमिलनाडु के प्लांट तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित प्लांट पर भी असर पड़ा, जहां स्मार्टफोन का उत्पादन होता है।
उत्पादन फिर से शुरू
अब, इस हड़ताल के समाप्त होने के साथ ही चेन्नई के श्रीपेरंबुदूर प्लांट में फिर से उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह कदम कंपनी और कर्मचारियों के लिए राहतभरा है, क्योंकि अब दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के साथ सहयोग करने का वादा किया है।
निष्कर्ष
सैमसंग इंडिया के चेन्नई प्लांट में चली हड़ताल का अंत तमिलनाडु लेबर डिपार्टमेंट की मध्यस्थता से हुआ। कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच हुए समझौते के बाद, अब प्लांट में फिर से उत्पादन शुरू हो गया है। कंपनी ने कर्मचारियों के हित में कई नई योजनाएं लाने का वादा किया है, जिससे भविष्य में इस तरह की स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी।
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