मोदी 3.0 के पहले बजट में टैक्सपेयर्स को मिली बड़ी सौगात: नए टैक्स रिजीम में बदलाव

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी 3.0 के पहले बजट में टैक्सपेयर्स को बड़ी सौगात दी है। नए टैक्स रिजीम के तहत इनकम टैक्स स्लैब में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिससे आम जनता को कर में राहत मिलेगी। बजट में स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है। इस नई व्यवस्था के तहत, टैक्स स्लैब में भी बदलाव किए गए हैं जो निम्नलिखित हैं:
नए टैक्स रिजीम के तहत टैक्स स्लैब:
- 3 लाख रुपये तक की आय: कोई टैक्स नहीं
- 3 लाख से 7 लाख रुपये तक की आय: 5% टैक्स
- 7 लाख से 10 लाख रुपये तक की आय: 10% टैक्स
- .10 लाख से 12 लाख रुपये तक की आय: 15% टैक्स
- 12 लाख से 15 लाख रुपये तक की आय: 20% टैक्स
- 15 लाख रुपये से अधिक की आय: 30% टैक्स
इस नए टैक्स रिजीम के तहत 7 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त, सरकार ने इनकम टैक्स एक्ट 87ए के तहत 25,000 रुपये का टैक्स रिबेट भी प्रदान किया है।
पुराने टैक्स रिजीम का टैक्स स्लैब:
पुराने टैक्स व्यवस्था में निम्नलिखित टैक्स स्लैब थे:
- 2.50 लाख रुपये तक की आय: कोई टैक्स नहीं
- 2.50 लाख से 5 लाख रुपये तक की आय: 5% टैक्स
- 5 लाख से 10 लाख रुपये तक की आय: 20% टैक्स
- 10 लाख रुपये से अधिक की आय: 30% टैक्स
पुराने टैक्स रिजीम में 5 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं होता है और 2.50 लाख से 5 लाख रुपये तक के आय पर 5% टैक्स पर 12,500 रुपये का टैक्स रिबेट मिलता है।
पुराने टैक्स रिजीम में कोई बदलाव नहीं
नए टैक्स रिजीम के तहत स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट को बढ़ाए जाने और टैक्स स्लैब में बदलाव किए जाने के बावजूद, पुराने टैक्स रिजीम का विकल्प चुनने वाले टैक्सपेयर्स को कोई राहत नहीं दी गई है। पुरानी टैक्स व्यवस्था का विकल्प चुनने वाले टैक्सपेयर्स को बजट से कोई नया लाभ नहीं मिला है, जिससे उन्हें निराशा हाथ लगी है।
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टैक्स एक्ट की समीक्षा
वित्त मंत्री ने बताया कि इनकम टैक्स एक्ट 1961 की समीक्षा की जाएगी ताकि इसे सरल बनाया जा सके और टैक्स कानूनी मामलों में कमी लाई जा सके। यह कदम टैक्सपेयर्स के लिए एक आसान और स्पष्ट टैक्स सिस्टम प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
नए बजट में किए गए ये बदलाव टैक्सपेयर्स को वित्तीय राहत देने के साथ-साथ कर व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और सरल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
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