स्कूल में शिक्षक की हैवानियत, बच्चे के साथ क्रूरता की हदें पार, वीडियो वायरल

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो आपने अब तक देखे होंगे, लेकिन अहमदाबाद का एक वीडियो ऐसा है, जो न सिर्फ आपका खून खौला देगा, बल्कि आपको अंदर से झकझोर कर रख देगा। यह वीडियो अहमदाबाद के एक प्राइवेट स्कूल का है, जहां एक शिक्षक ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए एक मासूम बच्चे को बेरहमी से पीटा। वीडियो देखने के बाद आप भले ही कई कोशिशों से खुद को शांत करने की कोशिश करें, लेकिन इस बार का गुस्सा शायद ही ठंडा हो पाए।
बाल पकड़े फिर दीवार में मारा सिर
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शिक्षक, जो पेशे से एक प्राइवेट टीचर है, बच्चे के साथ ऐसी क्रूरता करता है जिसे देखकर किसी का भी दिल दहल जाएगा। वीडियो में शिक्षक पहले बच्चे के बाल पकड़कर उसे बेंच से उठाता है, फिर उसे घसीटते हुए क्लासरूम में अपनी चेयर के पास ले जाता है। इस दौरान बच्चा खुद को बचाने की पूरी कोशिश करता है, लेकिन शिक्षक की बेरहमी के आगे वह बेबस नजर आता है। इसके बाद शिक्षक बच्चे की गर्दन पकड़कर उसका सिर दीवार पर मारता है। जैसे ही बच्चा इस दर्द से उबरने की कोशिश करता है, शिक्षक उसके गालों पर एक के बाद एक 11 जोरदार थप्पड़ मारता है।
वीडियो वायरल, स्कूल प्रिंसिपल सस्पेंड
यह भयावह घटना अहमदाबाद के एक प्राइवेट स्कूल की है, जिसका वीडियो स्कूल के क्लासरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो लोगों में भारी गुस्सा फूट पड़ा। अहमदाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दो प्राइवेट स्कूलों को नोटिस भेजा है और मामले पर जवाब मांगा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो माधव पब्लिक स्कूल का है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल के ट्रस्टी सचिन प्रजापति ने तुरंत एक्शन लेते हुए स्कूल के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
वीडियो को Gopi Maniar Ghanghar नाम के एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से शेयर किया गया, जिसे अब तक हजारों लोग देख चुके हैं। कई यूजर्स ने इस पर अपनी नाराजगी और प्रतिक्रियाएं जाहिर की हैं। एक यूजर ने लिखा, “गुरुजी के इस कृत्य के लिए सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “हमारे समय में भी ऐसी पिटाई आम थी, गुरुजी हमारे पिता के सामने ही हमें रगड़ दिया करते थे।” लेकिन, कई यूजर्स ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह कोई शिक्षण का तरीका नहीं है, बल्कि यह शिक्षक की असल क्रूरता है।
निष्कर्ष
अहमदाबाद की यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है कि क्या शिक्षक का कर्तव्य बच्चों को सिखाने और अनुशासित करने के नाम पर हिंसा करना है? यह घटना न केवल शिक्षक की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाती है। इस मामले में जिला प्रशासन और स्कूल प्रबंधन ने सख्त कदम उठाए हैं, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में और भी कठोर नियमों की जरूरत है।
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