50 करोड़ के पार पहुंची जनधन खातों की संख्या, ज्यादा खाता महिलाओं के, पीएम ने की सराहना
नई दिल्ली: फाइनेंस मिनिस्ट्री ने शुक्रवार को बताया कि देश में जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है, जिनमें से 56 प्रतिशत खाते महिलाओं से संबंधित हैं। इनमें से लगभग 67 प्रतिशत खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं। इन खातों में कुल जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि इन खातों के साथ लगभग 34 करोड़ रुपये कार्ड मुफ्त जारी किए गए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने की सराहना
पीएम ने कहा, “यह देखकर खुशी हुई कि इनमें से आधे से अधिक खाते महिलाओं के हैं।” उन्होंने आगे कहा कि हमने एक बड़ा पड़ाव पार कर दिया है और यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि वित्तीय समावेश का लाभ हमारे देश के हर कोने तक पहुंचे।
जनधन खातों का सिलसिला कब शुरू हुआ?
जनधन खातों का सिलसिला मोदी सरकार द्वारा 28 अगस्त, 2014 में शुरू किया गया था। वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने के लिए जनधन बैंक खाते खोलने के वास्ते बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारंभ किया था, जिसका उद्देश्य प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) सहित कई वित्तीय सेवाओं को गरीबों के लिए सुलभ बनाना था।
इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) खातों में औसत शेष राशि ₹ 4,076 है और इनमें से 5.5 करोड़ से अधिक को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) प्राप्त हो रहा है।
यह खाता धारकों को कई लाभ प्रदान करता है जैसे न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता के बिना बैंक खाता, ₹ 2 लाख का दुर्घटना बीमा के साथ मुफ्त रूपये डेबिट कार्ड और ₹ 10,000 तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा शामिल है।