हिमाचल प्रदेश में राहत राशि को लेकर हुई राजनीति, सीएम सुखविंदर ने पूर्व मुख्यमंत्री पर कसा तंज
हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही, अब यह बारिश बाढ़ जैसी आपदा को जन्म दे चुकी है। इस आपदा ने केवल मानवीय परिस्थितियों को ही नहीं उलझा रखा हैं बल्कि राज्य को भी आर्थिक जोखिम का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच राज्य के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को बयान देते हुए कहा कि, राज्य ने पिछले 75 वर्षों में भीषण तनाव और बाढ़ आपदाओं का सामना किया है। उन्होंने यह भी कहा कि बारिश से हुई क्षति के कारण राज्य को 8,000 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से तत्काल वित्तीय राहत की जरूरत है। वहीं यूनियन गवर्नमेंट ने इस पर एक्शन लेते हुए राज्य का दौरा किया है। वह आगे बताते हैं कि हमने 2022-23 में लंबित 315 करोड़ रुपये की मांग की है।” लगातार भारी बारिश के अलर्ट पर उन्होंने कहा कि टीमें तैयार हैं और हमारी प्राथमिकता बचाव कार्य है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि, यह नुकसान करीब 8000 करोड़ तक हो सकता है और राज्य सरकार सड़के, बिजली और वाटर सप्लाई के बंदोबस्त पर ध्यान दे रहा है।
सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी बड़ा आरोप लगाया है कि ‘इस आपदा के समय में वह राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह कहना सही नहीं है कि आपदा के दौरान राहत राशि केंद्र सरकार ने दी है। मैं जय राम ठाकुर को जवाब नहीं देना चाहता। वह इस पर राजनीति कर रहे हैं। लेकिन मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि हिमाचल प्रदेश को आपदा से राहत दिलाने के लिए हमें सभी दलों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
फिलहाल इस प्राकृतिक आपदा से लड़ने के लिए एयर फोर्स की टीम और प्रशासन ने कुल्लू के बंजार के सुदूर शक्ति गांव में एक मेडिकल टीम (जिसमें एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट और दवाएं शामिल थीं) पहुंचाने के चुनौतीपूर्ण मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है